शंका
दीपावली की रात को तेल का और घी का दीपक जलाते हैं। उसे न बुझने देने का क्या कोई कारण है?
समाधान
इसका कोई कारण मुझे समझ में नहीं आता। यह दीपोत्सव है और इस दिन के इस पूरे के पूरे उत्सव को लोगों ने धन, समृद्धि से जोड़ दिया है। धन समृद्धि से जोड़ने में लोग ये सोचने लगे हैं कि अगर हमने दीप जलाया और वह बुझ गया, असमय में बुझ गया तो हमारा जीवन भी ऐसे ही अस्त-व्यस्त हो जाएगा। ऐसा कोई हमारे शास्त्रों में विधान नहीं है कि वह दीप जलना ही चाहिए। मैं तो आप से कहता हूँ बाहर का दीप बुझ भी जाए तो फर्क नहीं पड़ता, अंदर का दीप हमेशा जलते रहना चाहिए।
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