शंका
मुक्त जीव के ऊर्ध्वगमन का क्या कारण है?
समाधान
मुक्त जीव के ऊर्ध्वगमन के लिए पाँच कारण और पाँच हेतु बताये हैं। आपने पढ़ा होगा, तत्त्वार्थ सूत्र में बताया गया है कि पूर्व के प्रयोग से; जैसे आपने पंखा चलाया फिर पंखे को बंद कर दिया फिर भी पंखा घूमता है, ऐसे ही जिसने अपने चेतना के ऊर्ध्वारोहण का अभ्यास किया, ऊपर गया, असंग होने के कारण! लेप रहित तुंबी की तरह; जैसे तुंबी में लेप लगा दो, पानी में डालो, तो मिट्टी के लेप के कारण वह तुंबी पानी में डूब जाती है लेकिन लेप हटते ही वह तुंबी ऊपर आ जाती है। जीव के ऊपर जब तक कर्म का लेप रहता है, जीव संसार में डूबा रहता है और कर्म के लेप से मुक्त होते ही वह मुक्त हो जाता है। इसी प्रकार अन्य भी तीन कारण बताए हैं; तत्त्वार्थ सूत्र में पढ़ लेना।
Leave a Reply