वैराग्य क्या है?
What is Vairagya?
वैराग्य का अर्थ लिया जाता है कि घर बार छोड़ कर उदास हो कर गंगा किनारे बैठ जाना| इसीलिए कुछ लोग कहते हैं कि हम तो गृहस्थ वाले हैं अत: हम वैराग्य कैसे करें? कुछ लोगों का कहना है कि घर-बार, समाज, सोसायटी सब कुछ छोड़ कर जंगलों में या शहर से दूर निकल जाओ| जो घर में रहता है, उसके बारे में कहते हैं कि ‘यह राग वाला है, संसारी है, गृहस्थी है|’’वैराग्य’, वि+राग से व्युत्पन्न है, जिसका अर्थ राग से विलग होना है। सुने मुनि श्री प्रमाण सागर जी से वैराग्य क्या है?
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