शंका
हम लोग डाक्टर हैं और हमने कभी मन्दिर जाने का सोचा है और अचानक गम्भीर मरीज आ जाये और उसको देखते-देखते उसकी मृत्यु हो जाये तो मेरी मन्दिर की तीव्र इच्छा होने पर क्या मैं मन्दिर जा सकता हूँ?
समाधान
आपका जो प्रोफेशन है वह एकदम अलग है। अगर किसी मरणासन्न मरीज को छोड़कर के मन्दिर जाते हैं तो मैं उसे मानवीय दृष्टि से ठीक नहीं मानता और उसके मर जाने के बाद आप मन्दिर जाते हैं तो वह हमारी व्यवस्था की दृष्टि से ठीक नहीं है। फिर भी आप मन्दिर जायें और बाहर से दर्शन करके आएं। जब कभी भी ऐसा हो तो इसका यही उपाय है।
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