शंका
अष्टांग नमस्कार नहीं कर सकते, तो क्या करें?
समाधान
इसलिए दर्द होने से पहले ही झुकने का अभ्यास बना लो; जो लोग बिना झुके भगवान को धोंक देते हैं, सब घुटने के मरीज़ बनते हैं। इसलिए जिनके घुटने सलामत हैं, भगवान को खड़े-खड़े धोंक देना बन्द कर लो, गुरुओं के सामने कुर्सियों पर बैठना बन्द कर दो। तभी बैठो, जब मजबूरी हो, नहीं तो जीवन भर मजबूर बने रहोगे।
ज़मीन से जुड़े रहोगे, तो तुम्हारा भला होगा। इसलिए नीचे बैठने का अभ्यास करो, एक्सरसाइज करो, लाइफ स्टाइल में चेंज करो; और नहीं बनता, तो जितना बन सके, उतना करो। भगवान से क्षमा माँगो- “हे भगवान! मेरे कैसे पाप कर्म का उदय है कि मैं आज आपके शरणागत आने के बाद भी आपके चरणों में झुक नहीं पा रहा/रही हूँ। हे भगवान! मुझे ऐसी शक्ति दो कि मैं सदैव आपके चरणों में समर्पित रह सकूँ।”
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