शंका
उपवास के दिन पूजा न कर पायें तो क्या करें?
समाधान
अगर वह देव दर्शन कर रहा है, अर्घ चढ़ा रहा है, तो यह भी उसका व्रत कहलायेगा। ऐसा नहीं कि पूजा ही करें, पूजा का मतलब यह नहीं कि ३-४ पूजा करना। जिनेन्द्र भगवान के प्रति अष्टद्रव्य से अपनी भक्ति को प्रकट करने का नाम भी पूजा है यदि किसी समय ऐसी असुविधा हो तो अपने बेटे से कहो कि “कोई बात नहीं! तू चौका-पूजा कर ले, तेरी पूजा अवश्य पूरी हो जायेगी।”
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