शंका
प्रलय काल में जब सभी शरीर नष्ट हो जाते हैं, आत्मा कहाँ चली जाती है?
समाधान
हमारा शरीर जब कहीं जाता है, तो शरीर नष्ट होता है, हमारी आत्मा नहीं। आत्मा संसार में बिना शरीर के नहीं रहती। आपके पास जब एक जोड़ी कपड़े फटते हैं तो आप दूसरे जोड़ी कपड़े लेते हैं, एक शरीर छूटते ही आत्मा दूसरे शरीर को धारण कर लेती है। आत्मा अशरीरी नहीं होती, प्रलय काल में जब शरीर का विनाश होता है, तो संपूर्ण सृष्टि में प्रलय नहीं होता। भरत और ऐरावत क्षेत्र के आर्य खंड में ही प्रलय होता है, बाकि सृष्टि का बहुत बड़ा भाग प्रलय-शून्य होता है। इस वजह से यहाँ की आत्मायें इधर-उधर चली जाती हैं और उस चोले को ओढ़ लेती हैं।
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