शंका
कानून व्यवस्था या भगवान का उपदेश – किसे मानें?
समाधान
कानून और धर्म की व्यवस्था अलग अलग है। जो भी कानून के तहत आपको आदेश मिला है, जिस देश में आप रहते हैं उसे पालना आपका धर्म है। धर्म शास्त्रों में जो हमें उपदेश दिया गया उसकी अवज्ञा न करना भी हमारा धर्म है। इस अभियान की जो शुरुआत की गई है वो इसी मानसिकता के साथ की गई कि कानून का उल्लंघन भी न हो और जिनेन्द्र भगवान की आज्ञा की अवज्ञा भी ना हो और सब की साधना बरकरार बनी रहे। इसका एकमात्र रास्ता यही है।
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