शंका
भगवान और सन्त में श्रेष्ठ कौन है?
समाधान
भगवान और सन्त में श्रेष्ठ कौन? तो भगवान शब्द हमारे यहाँ का प्राचीन शब्द है।
“भगम् ज्ञानम् यस्य अस्ति, सः भगवत् भगवानः”
जिसके पास ज्ञान हो उसका नाम भगवान है। इस दृष्टि से हम सब भगवान हैं। थोड़ा बहुत ज्ञान तो है ही, लेकिन हमारे आराध्य पूर्ण ज्ञान के धनी है। सन्त और अरिहंत भगवान में क्या अन्तर है? या किसका महत्त्व ज़्यादा है? मैं इतना हि कहूँगा कि सन्त साधक है और भगवान सिद्ध हैं। साधना की सम्पन्नता के उपरान्त ही भगवत्ता की अभिव्यक्ति होती है, और उससे पूर्व साधक अवस्था में कोई साधु होता है, सत्पुरुष होता है, उसी में बढ़कर ‘सन्त’ ये विशेषण लग गया जो आज साधु सन्तों के नाम पर रूढ़ हो गया है।
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