शंका
कहा जाता है कि सीता जनक की पुत्री भी है और रावण की पुत्री भी है, मेरी इस शंका का समाधान कीजिए।
समाधान
ये अलग-अलग विवेक्षाएँ हैं, इसकी कई तरह की कथाएँ हैं। कहीं उसको पृथ्वी की पुत्री भी माना जाता है। पर सीता को कहीं भी लिखा, पुत्री ही लिखा है। तो पुत्री है, किसी न किसी की तो है। अलग-अलग कथाओं में अलग-अलग वर्णन है और पुत्री किसी की भी हो, पर पत्नी तो राम की ही है, इसमें कोई संशय नहीं है। और सीता का महत्त्व किसी की पुत्री होने से नहीं, सीता का महत्त्व राम की पत्नी होने से हुआ है। इसको जानो और सती सीता बनो।
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