शंका
प्रतिभास्थली में बच्चियाँ क्यों जाती हैं?
समाधान
जब याद आए तो ऐसा सोचा करो कि मेरी बहन बड़ी भाग्यशाली है कि ऐसी जगह पढ़ती है जहाँ शिक्षा के साथ संस्कार भी पा रही है। संस्कारित हो कर के जब एक योग्य लड़की बनेगी और आगे चलकर के एक योग्य गृहणी बनेगी, एक अच्छी माँ बनेगी तो धर्म की प्रभावना कर सकेगी। इसलिए वह जो कर रही अच्छी बात है। मन ही मन याद कर लिया करो और सोचा करो – “मैं भी दीदी के रास्ते पर चलूं और मुझे भी ऐसा मार्ग मिले जिससे अपना रास्ता ठीक कर सकूं।”
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