हम लोग अपने बाल सैलून में जाकर कटवाते हैं और आप लोग केशलोंच क्यों करते हैं?
इसके दो कारण है। पहला कारण तो यह है कि यदि हम केश नहीं कटवाएँगे तो बाल बढ़ जाएँगे और जुएँ और लीख हो जायेंगे और जीव मरेंगे; बाल बड़े करके रखेंगे तो जटायें बन जाएँगे और उसमें भी जीव पड़ेंगे।
दूसरा कारण है कि यदि हमको बाल कटवाना है, तो पैसे कहाँ से लाएँगे और हमें पैसा कौन देगा? मुनि-महाराज के पास धन-सम्पत्ति, घर-परिवार, रुपया-पैसा कुछ भी नहीं होता और उनका कोई बैंक बैलेंस नहीं होता। यह मुनि महाराज त्याग करते हैं और २४ घंटे में हम क्या करते हैं? हम एक बार आहार और पानी लेते हैं। हम लोग पैसा कहाँ से लाएँगे? पैसा लाएँ तो हमें किसी से माँगना पड़ेगा और याचना करनी पड़ेगी। याचना कौन करता है? भिखारी। मुनि-महाराज याचना नहीं करते। मुनि-महाराज बस अपनी वैराग्य की पुष्टि को और अपने स्वावलंबन को बनाए रखने के लिए अपने हाथों से केश हटाते हैं।
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