शंका
दशलक्षण धर्म के १० दिन हम धर्म में जितने तन्मय होते हैं, दशलक्षण पूरे होने के बाद हमारे मन में वैसे भाव क्यों नहीं रहते?
समाधान
इसलिए क्योंकि बाकी बातों का प्रभाव मन पर आ जाता है। जब दुनियादारी का प्रभाव मन पर आएगा तो ये भाव तो अपने आप प्रभावित हो जाएगा। इसलिए १० दिन अपने मन के भाव को इतना चार्ज कर लो कि दुनियादारी से वो कम से कम प्रभावित हो और जितनी बैटरी चार्ज होगी आपका जीवन उतना आनंदित होगा।
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