शंका
भगवान की वेदी में छाती पर फूल क्यों बने होते हैं?
समाधान
वह फूल नहीं है उसको श्रीवत्स कहते हैं। यह उनके तीर्थंकर होने की पहचान है। हर मनुष्य के शरीर में अनेक प्रकार के चिन्ह होते हैं, उसमें श्रीवत्स एक विशेष चिन्ह होता है। अधिकतम १०८ चिन्ह होते हैं और वह १०८ के १०८ तीर्थंकरों के होते ही हैं उसमें एक श्रीवत्स होता है। श्रीवत्स तीर्थंकरों में ही होता है। कहीं-कहीं ऐसा उल्लेख आता है कि नारायण, प्रतिनारायण, चक्रवर्ती आदि को भी श्रीवत्स होता है पर सामान्य रूप से ऐसा होता नहीं।
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