शंका
लोग दान-पूजा-जप जैसे पुण्य के कार्य क्यों नहीं कर पाते?
समाधान
अच्छे कार्यों में बहुत सारे विघ्न आते हैं, पुण्य के उदय से ही अच्छे कार्य करने का अवसर मिलता है। इसलिए यह समझिये कि आपका अन्तराय कर्म का उदय है और इस अन्तराय का निवारण करना चाहिए। इसलिए ‘मेरा यह अन्तराय दूर हो’, इस भाव से खूब णमोकार मन्त्र जपो, भगवान की पूजा करो और शक्ति अनुरूप दान करो या दान की अनुमोदना करो। तुम्हारा अन्तराय टलेगा और जैसा चाहोगे वैसा परिणाम मिलेगा।
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