खाना खाते समय टीवी क्यों नहीं देखना चाहिए?
खाना खाते समय अत्यन्त निश्चिन्तता से खाना खाना चाहिए। जिस चीज को हम खा रहे हैं उसको देख कर के खाना चाहिए। आपने बिना देखे खाना खाया, मानो यदि उसमें कोई कीड़ा हो, मकोड़ा हो या और कोई उल्टी- पुल्टी चीज हो और वह आपके पेट में चली जाए तो नुकसान होगा कि नहीं?
इस बच्चे के साथ आप सब बड़ों से भी कहता हूँ कि भोजन बहुत सावधानी से करना चाहिए। मेरे साथ तीन प्रसंग ऐसे आ गए। आप लोग इतने शोधनपूर्वक आहार बनाते हो फिर भी मेरे पास तीन बार अलग-अलग चीजें आई। एक बार रोटी में बिला हुआ इतना बड़ा तार, जो आटा छानने की छलनी का निकला था। वह तो मुझे दिख गया, बिला हुआ पराठा था, मैंने मसल करके उसको निकाला। बिना शोधे खाता तो क्या होता?
एक बार मै गुड़ ले रहा था, बुंदेलखंड में गुड़ को प्रोसेस करके लोग मसाला बनाते हैं। गुड़ की डलिया थी, उसको मैंने मैश किया तो स्टैपलर का पिन निकला। अगर वो मेरी जीभ में चला जाता तो क्या होता?
एक बार चटनी में मिक्सी का छोटा सा नट आ गया। आप सोच लो यह तो हमने शोध लिया तो बच गए, आप लोग क्या-क्या गप कर जाते हो कोई पता लगता है क्या? इसलिए देखकर खाना चाहिए।
आप टीवी देखते हुए खाना खाओगे तो आप की भावना अच्छी नहीं रहेगी। टीवी देख रहे हैं, वहाँ कोई हिंसा का दृश्य चल रहा है, किसी का खून दिख रहा है, किसी का माँस दिख रहा है, कोई कराह रहा है, कोई रो रहा है, तड़प रहा है और आप खा रहे हैं। आप की अन्दर की करुणा खत्म हो जाएगी, आपकी दया नष्ट हो जाएगी, आपके अन्दर की संवेदना खत्म हो जाएगी। इसलिए टीवी देख कर खाना नहीं खाओ, पहले खा लो, फिर टीवी देखो।
Leave a Reply