शंका
सल्लेखना, समाधि व संथारा में अंतर!
समाधान
ऐसे देखा जाये तो यह सब एक दूसरे के पर्यायवाची शब्द है।
संथारा शब्द का संस्कृत अर्थ संस्तर होता है, संस्तर का अर्थ होता है बिछौना। अपने जीवन की अन्तिम घडियों में मृत्यु से भयभीत होने की जगह अपने बिस्तर को ही, अपने संस्तर को ही अपने जीवन का प्रमाण बनाकर आत्मा की साक्षीपूर्वक समता के साथ इस शरीर को छोड़ना संथारा है। जो जीवन की अन्तिम घड़ियों में होती है।
दिगम्बर परम्परा में इसी के लिए सल्लेखना शब्द का प्रयोग हुआ है। ‘समाधि’ – समता परिणाम के साथ इस देह के विसर्जन का नाम समाधि है। ये तीनों हमारे जीवन की औत्तमात्तिक क्रियाएं कहलाती हैं, और ये तीनों एक-दूसरे के पर्याय हैं।
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